जो तुझे तेरे पास ले जाए
जो तुझे अपने ही भीतर दिखलाये
वो एक पल कुछ ख़ास है
उस पल में कुछ बात है
जो तुझे पत्थर से कोहिनूर कर दे
जो तेरी सारी शंकाएं दूर कर दे
जो तेरा आत्मविश्वास जगा दे
जो संकट के रावण को आग लगा दे
जिसके तू स्वप्न देखता है
जिसमे तू अपनी आकांक्षाएं मग्न देखता है
जिसके कण कण में एक नयी आशा है
जिसका स्वरूप सफलता की परिभाषा है
जो तेरे प्रयत्नों से निकला प्रकाश है
जिसमे छुपी कर्म फल की मिठास है
वो एक पल कुछ ख़ास है
उस पल में कुछ बात है ॥
जो तुझे अपने ही भीतर दिखलाये
वो एक पल कुछ ख़ास है
उस पल में कुछ बात है
जो तुझे पत्थर से कोहिनूर कर दे
जो तेरी सारी शंकाएं दूर कर दे
जो तेरा आत्मविश्वास जगा दे
जो संकट के रावण को आग लगा दे
जिसके तू स्वप्न देखता है
जिसमे तू अपनी आकांक्षाएं मग्न देखता है
जिसके कण कण में एक नयी आशा है
जिसका स्वरूप सफलता की परिभाषा है
जो तेरे प्रयत्नों से निकला प्रकाश है
जिसमे छुपी कर्म फल की मिठास है
वो एक पल कुछ ख़ास है
उस पल में कुछ बात है ॥
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